ऐसा गांव जो 73 वर्षों तक पानी में दफन रहा, टूरिस्टों के लिए अब खोला जा सकता है

दुनिया का रंगमंच प्राकृतिक खूबसूरती से सजा हुआ है। दुनिया के विशाल साये में प्रकृति की अनोखी अनूठी चीजें, रहस्य से भरी हुई है। दुनिया, अविश्वसनीय, अकल्पनीय और विचित्र स्थानों से परिपूर्ण है।
 
घूमने के शौकीन लोग अक्सर ऐसे ही जगहों की तलाश में रहते हैं, जहां प्राकृतिक और कृत्रिम आकर्षण के साथ साथ अविश्वसनीय नमूनों का भी दीदार किया जा सके तथा उनके बारे में कुछ जानकारी हासिल की जा सके। वर्तमान में देखे जाने वाले अविश्वसनीय स्थानों के पीछे कोई न कोई बड़ा इतिहास छिपा रहता है। 

आज हम आपको एक ऐसे ही आप विश्वसनीय शहर के बारे में बताएंगे, जो 73 वर्षो से एक झील में डूबा हुआ था। यह गांव इटली के लूका प्रांत के दक्षिणी शहर में स्थित है। यह जगह इटली का एक मध्यकालीन ऐतिहासिक गांव अचानक से बाहर निकल कर आया है। अंदाजा लगा पाना मुश्किल था कि ऊपर से बहती नदी के नीचे कुछ ऐसा रोचक स्थान भी होगा। यह स्थान भी किसी विचित्र और चमत्कारी स्थानों से कम नहीं है।

इतिहास 
यह गांव इटली के लूका प्रांत के दक्षिणी शहर में स्थित है। गांव के इतिहास की बात करें तो स्थानीय लोगों का मानना है कि फैब्रिस डी कैरीन गाँव में भूत प्रेतों का साया और आत्माओं का वास था। यही कारण है कि इस गांव को झील से डुबो दिया गया था। इस बेहद खूबसूरत गांव का इन मान्यताओं मान्यताओं से गांव की खूबसूरती का मानो कत्ल हो गया यह गांव सन 1947 से वागली झील के अंदर कैद था।

जल में डूबा यह गांव सन 1958, 1974, 1983 और 1994 में कुल 4 बार लोगों द्वारा देखा गया है। जल के अंदर दफन यह गांव 73 सालों से पानी के कैद में था। जब नदी का जल स्तर कम हुआ तो लोगों को गांव का खूबसूरती दिखाई पड़ने लगी लोगों ने इस आकर्षक जगह को देखने के लिए गांव के शहर करना प्रारंभ कर दिए थे।

जलस्तर में कमी 
झील के जल के सतह में डूबा इस गांव का दर्शन तभी हो पाता था, जब जल स्तर कम हो या झील सूख जाती थी। झील  का जल कम होने पर यह गांव दिखाई पड़ने लगता है। झील के पानी में कमी आने पर 26 वर्ष बाद गांव को झील के जलस्तर से बाहर निकलते देखा जा रहा है। यह गांव 13वीं सदी  में बसाया गया था। गांव में पहले लोहे के उत्पादन किया जाता था।

यहां लोहे का काम करने वाले कुछ ही लोहार रहा करते थे। झील के पानी में कमी आने पर यह गांव दिखाई दिया तो लोग तमाम अनुमान लगाने लगे और इसके आकर्षक छवि के साक्षी बन इतिहास के विषयों पर तमाम जानकारी प्रदान करने लगते है।

34 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी में डूबा गावं 
यह गांव इटली के लूका प्रांत के दक्षिणी शहर में स्थित है। झील के पानी में कमी आने के बाद तकरीबन 26 वर्ष के बाद इस गांव के देखने का सौभाग्य पून: प्राप्त हुआ है। खास बात यह है कि यह गांव हमेशा 34 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी में डूबा रहता है। गांव के रोचक इतिहास और उसकी खूबसूरती को देखते हुए इटली की सरकार इस गांव को इसी वर्ष आखिरी तक टूरिस्ट के लिए भी खोल सकती है।

इतिहास के तथ्यों को परखने वाले और अविश्वसनीय चीजों की खोज में निकले लोगों के लिए इस गांव का अवलोकन करना खास होता है। गांव की सबसे बड़ी खासियत यह है कि 73 वर्ष तक जलमग्न रहने वाला यह गांव आज भी अपने इतिहास को उकेरते हुए पर्यटन का केंद्र बना हुआ है।

पत्थरों से किया गया गांव की इमारतों का निर्माण 
गांव की इमारतों का निर्माण पत्थरों के द्वारा किया गया है। गांव के घर, चर्च, सेमेट्री आदि सभी का निर्माण पत्थरों से ही किया गया है। 1947 में इस गांव के ऊपर एक हाइड्रोइलेक्ट्रिक डैम भी बनाया गया था।
 
डैम बनवाने के बाद यहां पर रहने वाले लोगों को पास ही स्थित वागली डी सोटो कस्बे में पुनर्स्थापित करना पड़ा था। इसके पीछे की मुख्य थ्योरी यह थी कि फैब्रिस डी कैरीन गांव की इमारतें 13वीं सदी में देखी जा सके। 

खूबसूरत इस गांव को अब निहारा जा सकता है साथ ही गांव से जुड़े इतिहास और इस पत्थर की मजबूती को भी जाना जा सकता है। इस गांव का साहस भरा यह प्राकृतिक रूप लोगों को प्रेरणा देता है।
 
लोग यहां मनोरंजन करने के साथ साथ ऐतिहासिक तथ्यों का भी ज्ञान अर्जित कर सकते हैं। ऐसे अविश्वसनीय और विचित्र स्थानों का अब अवलोकन किया जा सकता है। घूमने के शौकीन लोग अक्सर यहां पर आया करेंगे।