बिहार में बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन होने के साथ ही सुकून देने वाली वादियां भी हैं

जब भी कहीं घूमने जाने का मन करता है या फिर किसी ट्रिप पर जाना होता है, तो पहाड़ों की सैर करना लोगों की पहली पसंद में आता है। पहाड़ों की सैर करना लोगों को काफी पसंद आता है। वैसे भी प्रकृति ही एक ऐसा स्थान है, जहां पर लोगों को चैन और सुकून मिलता है। हमारे आसपास कई ऐसे राज्य हैं, जहां आप जा सकते हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए बिहार के कई खूबसूरत हिल स्टेशंस के बारे में बताएंगे। बिहार में बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन होने के साथ ही सुकून देने वाली वादियां भी हैं। बिहार को प्राचीन काल में सत्ता, विद्या और संस्कृति की धुरी माना जाता था।

रामशिला पहाड़ी
रामशिला पहाड़ी बिहार के टॉप हिल स्टेशनों में से एक है। यह गया के विष्णुपद मंदिरों से मात्र 5 किमी. की दूरी पर स्थित है। ट्रेकिंग के बाद यहां पर आसानी से पहुंचा जा सकता है। आसपास के लोग यहां पर हर वीकेंड को मस्ती करने के लिए पहुंचते हैं। रामायण काल में भी इस स्थान का जिक्र देखने को मिलता है। मान्यता है कि यहां पर भगवान राम ने इसी जगह पर अपने पिता दशरथ का पिंड किया था। जिस कारण यहां पर कई श्रद्धालू पिंडदान भी करने आते हैं। अक्टूबर से फरवरी के बीच का समय रामशिला पहाड़ी घूमने के लिए बेस्ट है।

गुरपा चोटी
गया के गुरपा नाम गांव के पास बसे गुरपा चोटी को स्थानीय लोग कुक्कुटपदगिरि के नाम से पुकारते हैं। गुरपा चोटी को एक पवित्र पर्वत शिखर माना जाता है। सुकून पाने के लिए यह जगह बेस्ट है। गुरपा चोटी खूबसूरत हिंदू मंदिरों और बौद्ध अवशेषों से घिरा हुआ है। साथ ही इस स्थान का अपना ऐतिहासिक महत्व है। कहा जाता है कि भगवान बुद्ध के उत्तराधिकारी महा कश्यप ने इस पहाड़ी पर अपना ध्यान लगाया था। साथ ही मान्यता है कि अभी भी महा कश्यप बुद्ध के आने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। 

प्रागबोधि 
प्रागबोधी बिहार का एक पवित्र स्थान है। जिसे धुंगेश्वर के नाम से भी जाना जाता है। बिहार में किरियामा गांव के पास स्थित प्रागबोधी सबसे ज्यादा देखे जाने वाला स्थान है। बताया जाता है कि यहां पर ज्ञान प्राप्त करने से पहले भगवान बुद्ध यहां पर रुके थे। यहां पर आप पहाड़ी के ऊपर कई प्राचीन स्तूपों को भी देख सकते हैं। गया शहर से देखने पर प्रागबोधी बेहद ही खूबसूरत लगता है। इसके अलावा ज्ञान की खोज में राजकुमार सिद्धार्थ ने यहां पर 6 वर्षों तक घोर तपस्या की थी। तब उन्होंने खाना-पानी भी छोड़ दिया था।

प्रेतशिला पहाड़ी
प्रेतशिला पहाड़ी रामशिला पहाड़ी से 10 किलोमीटर की दूर स्थित है। यहां से आप गया शहर का नजारा देखने के साथ ही सुंदर ब्रह्म कुंड भी देख सकते हैं। बता दें कि प्रेतशिला की चोटी पर एक चट्टान है। मान्यता है कि प्रेतशिला वेदी पर अकाल मृत्यु के कारण प्रेतयोनि में भटकते प्राणियों का श्राद्ध करने से उनको मुक्ति मिल जाती है। यहां पर अहिल्या बाई का एक ऐतिहासिक मंदिर है। यह मंदिर शानदार स्थापत्य शैली का अद्भुत नजारा पेश करता है। प्रेतशिला पहाड़ी से आप गया शहर और हरे भरे घास के मैदान का अद्भुत नजारा देख सकते हैं।

ब्रह्मजुनी हिल
बिहार के गया जिले में स्थित ब्रह्मजुनी हिल ऐतिहासिक मंदिरों से घिरी पहाड़ी जगह है। ब्रह्मजुनी हिल से आप हरे-भरे घास के मैदानों और विष्णुपद मंदिर के खूबसूरत नजारे देख सकते हैं। यह पहाड़ी विष्णुपद मंदिर से 1 किमी दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। ब्रह्मजुनी पहाड़ियों पर ऐतिहासिक गुफाओं को देखकर आपका दिन बन जाएगा। पत्थर की दीवारों पर उकेरी गई आकर्षक नक्काशियां पर्यटकों का मन मोह लेती हैं। यहां पर बुद्ध ने 1000 पुजारियों को अपने अग्नि उपदेश दिए थे।