प्राकृतिक नज़ारों का लुत्फ़ उठाना है तो एक बार दार्जिलिंग जरूर जायें
दार्जिलिंग अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए मशहूर है यह तो हम सभी जानते है। दार्जिलिंग के हरे-भरे चाय के बागान, खूबसूरत प्राकृतिक नज़ारों और धीमी रफ्तार से चलती हुयी टॉय ट्रेन के लिए मशहूर है। दार्जिलिंग अंग्रेजों का पसंदीदा स्थान था। दार्जिलिंग का ठण्डा वातावरण तथा बर्फबारी अंग्रेजों के मुफीद थी। दार्जिलिंग पहाड़ की चोटी पर बसा हुआ एक बहुत ही खूबसूरत शहर है।
सेन्शेल वन्य जीव अभ्यारण
बहुत कम लोग जानते है यहां आज़ादी से पहले स्थापित नेशनल पार्क भी है। वैसे तो दार्जिलिंग में बहुत से पार्क है। लेकिन इस नेशनल पार्क की बात ही कुछ और है, जी हाँ हम बात कर रहे है सेन्शेल वन्य जीव अभ्यारण की। यह यहां का सबसे पुराना पार्क कहा जाता है। यह पार्क दार्जिलिंग के नारंगी घाटी में स्थित सितोंग नाम के एक छोटे से गांव में स्थित है। यह अभ्यारण लगभग 39 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। इसमें कई प्रकार की वनस्पतियाँ पायी जाती है। इस अभ्यारण में ओक, धूपी, कापूसी और कावळा के पेड़ है।
दुर्लभ वन्य जीव
इस अभ्यारण में एक खूबसूरत झील भी मौजूद है जो इस पार्क की सुंदरता को और बढ़ाती है। यहां आप हिमालयी भालू के भी दर्शन कर सकते हैं इसके साथ ही कई दुर्लभ हिमालयी प्रजातियां जैसे हिमालयी सियार, हिमालयी उड़ने वाली गिलहरी के लिए भी मशहूर है। इसके साथ ही आपको जंगली बिल्ली और भारतीय तेंदुए के भी दर्शन हो सकते हैं। ओंक के विशाल पेड़ों के साथ ही आप बहुत सारे हिमालयी पक्षियों को भी देख सकते हैं जो कि यह के प्राकृतिक नज़ारों को और खूबसूरत बना देते हैं। कंचनजंगा की पहाड़ियां तो इस अभ्यारण की खूबसूरती को और बढ़ा देती है। अगर आप वेकेशन के लिए कहीं जाने का प्लान कर रहे हैं तो दार्जिलिंग का यह अभ्यारण आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
कब जायें
मार्च से जून सबसे अच्छा समय है क्योंकि जब भारत के अन्य राज्यों में भारी गर्मी पड़ रही होती है तब यहां का तापमान 14 से 8 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। बर्फ प्रेमियों के लिए जनवरी सबसे अच्छा समय है। वैसे तो आप अक्टूबर-नवम्बर में भी दार्जिलिंग घूमने का प्लान बना सकते हैं।
दार्जिलिंग घूमने में खर्च
दार्जिलिंग की ट्रिप आप कम पैसों में भी कर सकते हैं। यहां आपको 1500 में होटल मिल जायेगा। आप 5000-10000 में आराम से दार्जिलिंग की सैर कर सकते हैं।
स्थानीय खानपान
दार्जिलिंग घूमने जाए तो यहां के स्थानीय व्यंजनों का स्वाद लेना मत भूलियेगा। यहां के स्थानीय नूडल्स सूप और मसालेदार चावल बहुत ही लाजवाब होते हैं। मोमोज़ तो मशहूर हैं।
दार्जिलिंग कैसे पहुंचे
दिल्ली से आपको न्यू जलपाईगुड़ी की ट्रेन या सिलीगुड़ी की ट्रेन मिल जाएगी। वहां से दार्जिलिंग जाने के लिए बस या ट्रेन आसानी से मिल जाती है।