रेलवे ने जारी किये नए गाइडलाइन्स, बढ़ाई सख्ती और दोनों वैक्सीन डोज़ को किया अनिवार्य
होली का त्यौहार आने वाला है। ऐसे में ज्यादातर लोग छुट्टियों पर घर जाने की तैयारी में लगें हैं। अगर आप भी इन छुट्टियों में जल्द ही ट्रेन से कोई यात्रा करने वाले हैं खासतौर पर अगर आपको यात्रा के दौरान ट्रेन में ही पूरी रात गुजारनी है तो फिर इस रेलवे की इस नयी गाइड लाइन को जान लेना आपके लिए बेहद ज़रूरी है। वरना आपको नुकसान हो सकता है। दरअसल, रेलवे यात्रियों की सहूलियतों को देखते हुए अक्सर नियम बनाता रहता है। इसके पहले रेलवे ने कोरोना को लेकर नयी गाइडलाइन जारी की थी। लेकिन अब रेलवे ने यात्रियों की नींद में कोई ख़लल न पड़े और वो यात्रा के दौरान चैन से नींद ले सकें इसके लिए नियम बनाया है। इस नये नियम के बारे में आपको जान लेना बेहद ज़रूरी है वरना आपको भी दिक्कत हो सकती है। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के मामले सामने आने के बाद एक तरफ जहां उड्डयन मंत्रालय ‘अलर्ट मोड’ में आ गया है और आज से फ्लाइट्स के लिए नई गाइडलाइंस लागू कर दी गई हैं. वहीं इसके बाद रेलवे भी ओमिक्राॉन को लेकर विशेष सतर्कता बरतने जा रहा है। रेलवे ने अब ट्रेनों में भी कोरोना को लेकर सख्ती बढ़ाने का फैसला किया है और कोरोना को लेकर यात्रियों के लिए नई गाइडलाइन जारी Railways New Corona Guidelines की है। विश्व भर में एक बार फिर कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन को लेकर हड़कंप मचा है। ओमीक्रॉन के केस सामने आने के बाद एक ओर जहां उड्डयन मंत्रालय अलर्ट है तो वहीं भारतीय रेलवे ओमीक्रॉन पर विशेष सतर्कता बरतने जा रहा है। अब कोविड को लेकर इंडियन रेलवे ने ट्रेनों में सख्ती बढ़ाने का फैसला किया है और यात्रियों को नई गाइलाइन जारी की है। अगर आप भी ट्रेन में सफर करने का विचार कर रहे हैं तो इस खबर को जरूर पढ़िये। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने कई जोन के अधिकारियों के साथ बात की और ओमीक्रॉन को लेकर जानकारी ली। इस दौरान नए वैरिएंट ओमीक्रॉन को लेकर उत्तर रेलवे ने दिशा निर्देश जारी किए हैं। इससे पहले कोरोना काल में रेलवे ने जो गाइडलाइंस जारी की थीं, उसमें पूरी तरह से सख्ती बरतने का निर्देश दिया और किसी तरह की कोई भी ढील नहीं देने की बात कही है।
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक के साथ हुई बैठक में सभी मंडलों में अधिकारियों और कर्मचारियों के कोविड वैक्सीन की डोज लेने के संबंध में भी चर्चा हुई, जिसमें कहा गया है कि करीब 90 प्रतिशत रेलवे स्टाफ ने वैक्सीन की पहली डोज लगवा ली है, जबकि दूसरी डोज सिर्फ 60 फीसदी स्टाफ ने ही लगवाई है। इस पर रेलवे ने दूसरी डोज लेने के निर्देश दिए हैं। अगर कोविड के बढ़ते खतरे के मद्देनजर तीसरी बूस्टर डोज के निर्देश आएंगे तो वो भी स्टाफ को प्राथमिकता से लगवाई जाएं। रेलवे ने दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा कि यात्रियों को लेकर ट्रेनों में सभी कोविड गाइडलाइन का सख्ती से पालन करना जरूरी है। साथ ही यात्रियों को कंप्यूटरीकृत आरक्षण टिकट बुक करवाते समय अपने गंतव्य यानी घर का पता भी देना होता है, ये नियम को भी अगले आदेशों तक लागू रखा जाएगा।
नींद को लेकर नए नियम
इस नये नियम के मुताबिक अब आपकी सीट, कंपार्टमेंट या कोच में कोई भी पैसेंजर तेज आवाज में मोबाइल पर बात नहीं कर सकता और न ही वह ऊंची आवाज में गाने सुन सकता है। दरअसल यात्रियों द्वारा की गयी इस तरह की कई शिकायतों के बाद रेलवे ने यह नियम बनाया। अब इससे किसी यात्री की नींद में कोई ख़लल नहीं पड़ेगा। इतना ही नहीं अगर को इन नियमों की अवहेलना करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई का भी प्रावधान है। यानि अब आप ट्रेन में चैन की नींद सो सकते हैं।
रेलवे के सभी जोन में तत्काल प्रभाव से नियम लागू
रेलवे मंत्रालय ने रेलवे के सभी जोन्स को यह आदेश जारी कर दिया गया है कि इन नियमों को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए। आपको बता दें कि इन नये नियमों के मुताबिक अगर कोई यात्री शिकायत करता है तो उसका समाधान करने की जिम्मेदारी ट्रेन में मौजूद स्टाफ की होगी।
लाइट जलाने को लेकर नए नियम
मोबाइल पर गाने सुनने के अलावा कई शिकायतें ऐसी भी रेलवे को मिली थीं कि लोग ग्रुप में बैठकर ऊंची आवाज में बातें करते हैं और हंसी मजाक करते हैं। वहीं इसके अलावा लाइट जलाने और बुझाने को लेकर भी कई बार विवाद हुआ है। इसी के चलते रेल मंत्रालय ने ये नये नियम बनाए हैं।
सभी कर्मचारियों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवाना जरूरी
महाप्रबंधक के साथ हुई मीटिंग में सभी मंडलों में कर्मचारियों व अधिकारियों के कोरोना वैक्सीन की डोज लेने के बारे में भी चर्चा हुई, जिसमें कहा गया कि 90 प्रतिशत कर्मचारियों व अधिकारियों ने कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगवा ली है, जबकि दूसरी डोज महज 60 प्रतिशत कमर्चारियों और अधिकारियों ने ही लगवाई है। ऐसे में दूसरी डोज के लिए फोकस करने के निर्देश दिए गए, कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए तीसरी बूस्टर डोज के निर्देश आते हैं, तो वह भी प्राथमिकता से लगवाई जाएं, इसके लिए कर्मचारियों को जागरूक करने को कहा गया है।
रूटीन चेक-अप
1. दिशा- निर्देश जारी करते हुए कहा गया है कि ट्रेन में यात्रियों को लेकर सभी कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करना जरूरी है। कंप्यूटरीकृत आरक्षण टिकट बुक करवाते समय यात्री को अपने गंतव्य का पता भी देना होता है, इस नियम को भी अगले आदेशों तक लागू रखा जाएगा।
2. कोरोना का ग्राफ कम होने के कारण रेलवे ने स्पेशल दर्जे की ट्रेनों से जीरो हटाकर पहले की तरह कर दिया है, हालांकि अभी लंबी दूरी की सभी ट्रेनों में टिकटों की अनरिजर्व टिकटिंग सिस्टम (यूटीएस) नहीं की जा रही।
3. रेलवे के सामने यात्रियों को मास्क और शारीरिक दूरी जैसे नियमों की पालना करवाना चुनौती बना हुआ है, लेकिन फिर भी इसको लेकर भी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। उधर, मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर रेलवे पूरी तरह से अलर्ट है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जो भी गाइडलाइन आएंगी, उनका समय पर पालन किया जाएगा।