राजशी ठाट से भरपूर 800 करोड़ की लागत से बना पटौदी महल एक बार घूमने जरूर जाएं
भारत जैसे अनमोल देश में पुराने समय से ही रियासतों की भरमार रही है। आधुनिकीकरण और समय बीतने के साथ-साथ नवाबी शौक रखने वाले लोगों और रियासतों में दिन-ब-दिन कमी आने लगी है। परंतु आज भी इतिहास को जिंदा रखने वाला एक महल राजधानी दिल्ली से सटे हुए राज्य हरियाणा के पटौदी गांव में है। यहां स्थित शानदार पटौदी पैलेस नवाबों के परिवार के धरोहर है।
इस महल की बनावट बेहद ही शानदार है। बनावट की सर्वश्रेष्ठता से दूर-दूर तक उसकी कीर्ति फैली हुई है। गुरुग्राम से 26 किलोमीटर दूर स्थित यह सफेद रंग का पैलेस दूर से ही चमकता रहता है। शाही राजवाड़ा परिवार के इस धरोहर का निर्माण सन् 1935 में नवाब इफ्तिखार अली हुसैन सिद्दकी द्वारा कराया गया था।
इतिहास में पिरोया इस पैलेस की खूबसूरती दिन प्रतिदिन लोगों के आकर्षण का केंद्र बन रहा है। पैलेस का आर्कीटेक्चर और यहां कि हरियाली के साथ साथ पैलेस की संरचना बेहद खूबसूरत है। इससे इब्राहिम कोठी के नाम से भी जाना जाता है। माना जाता है कि हर वर्ष सर्दियों के दिनों में खान परिवार इस पैलेस में रहने के लिए आते हैं।
महल का रोचक इतिहास
शानदार राजवाड़े महल का निर्माण सन् 1935 में इफ्तिखार अली हुसैन सिद्दकी द्वारा कराया गया था। महल सर्वप्रथम इफ्तिखार अली खान के नाम से जाना जाता था। इफ्तिखार अली अपने मृत्यु के पहले ही इस शानदार महल को अपने बेटे मंसूर अली खान के नाम पर कर दिया था। इफ्तिखार अली ने जिस प्रकार अपनी जी जान से इस महल को संजोए रखा था।
ठीक उसी प्रकार मंसूर अली ने भी इस महल को प्यार से सजाएं रखा। बॉलीवुड कलाकार सैफ अली खान को भी यह महल बेहद ही खूबसूरत लगा और उनके मन को खूब भाया। यह महल एक खानदान से दूसरे खानदान को विरासत में मिलता जा रहा था और इसी की एक कड़ी में नाम आता है सैफ अली खान का जिन्होंने इस महल को पुनर्जीवित किया है।
पैलेस की खासियत
राजशाही महल की कीमत 800 करोड़ रूपए है। पैलेस की सबसे खास बात यह है कि यह शानदार महल दस एकड़ की जमीन में फैला हुआ है। इस आकर्षक महल में कूल 150 कमरे हैं। यह आकर्षक महल पूरे राजशाही राजवाड़ा ठाट से लबरेज है। इस शानदार महल में 7 ड्रेसिंग रूम और 7 बेडरूम के साथ साथ 7 बिलियर्ड रूम भी हैं। इन कमरों के अलावा यहां ड्राइंग रूम और डाइनिंग रूम भी है।
इस शानदार महल के कमरों के नाम भी अंग्रेजी स्टाइल में रखे गए हैं। पैलेस के पीछे की ओर स्थित शानदार पुल बेहद शानदार प्रतीत होता है। शानदार शाम बिताने के लिए ये यह स्थान बेस्ट है। यहाँ हरे भरे बगीचे में खूबसूरत फव्वारे और नाचते हुए मोर का दृश्य बेहद रोमांचक होता है। बेहद शानदार होने के कारण इस महल में कई फिल्में भी बेहद शानदार होने के कारण इस महल में कई फिल्मों की शूटिंग भी की गई है।
होटल के नाम से जाना जाता था यह महल
राजवाड़ी परिवारों के नवाबी शौक रखने वालों का यह शानदार महल 2005 से 2014 के बीच पटौदी पैलेस होटल के नाम से जाना जाता था। सैफ अली खान के नाम पर इस संपत्ति का होने के बाद उन्हें इसका मालिकाना हक प्राप्त हो गया। मालिकाना हक प्राप्त होने के बाद सैफअली खान ने इस होटल को हॉलिडे पैलेस में तब्दील कर दिया है।
पैलेस का वर्तमान मालिकाना हक
वर्तमान समय में पैलेस का मालिकाना हक बॉलीवुड के बड़े कलाकार सैफ अली खान के पास है। उन्हें यह महल विरासत में मिला है। वैसे फिलहाल सैफ मुंबई के फ्लैट में रहते हैं लेकिन खान की जीवन सैली आज भी नवाबों के शौक़ से मेल खाती है। सैफ अपनी पत्नी करीना कपूर के साथ अक्सर सर्दी के कुछ दिन इस महल में बिताते हैं। शैफ के पिता बहुत बड़े क्रिकेटर थे तो वहीं उनकी मां फिल्म इंडस्ट्री की बड़ी अदाकारा रही हैं।
महल तक कैसे पहुंचे
महल तक राजधानी दिल्ली से आसानी से पहुंचा जा सकता है। यह महल दिल्ली से मात्र 61 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। महल तक राष्ट्रीय राजमार्ग 48 के जरिए आसानी से पहुंचा जा सकता है। महल तक पहुंचने में अमूमन दिल्ली से 2 घंटे का समय लग सकता है। अपने पर्सनल वाहन से भी आराम से इस महल तक पहुँच कर लग्जरी महल का दीदार किया जा सकता है।