अयोध्या राम मंदिर: शुरू हुआ नींव भराई का काम, तीन वर्षों में पूरा हो सकता है निर्माण

अयोध्या में राम मंदिर की नींव भराई का काम सोमवार यानी 15 मार्च से शुरू हो चुका है। राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, ट्रस्टी डॉ अनिल मिश्रा, राजा विमलेन्द्र मोहन प्रताप मिश्रा, महंत दिनेंद्र दास ने ट्रस्टों के काम शुरू होने से पहले वैदिक पूजा की।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ने ट्वीट कर कहा, "आज श्री राम जन्मभूमि पर वैदिक पूजा के साथ श्री राम मंदिर के निर्माण की नींव भरने का काम शुरू हो गया। श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के पदाधिकारी और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।"

राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण तीन वर्षों में पूरा होने की संभावना है। राय ने कहा कि मंदिर लगभग ढाई एकड़ भूमि में बनाया जाएगा और इसके चारों ओर एक दीवार बनाई जाएगी, जिसे पार्कोटा कहा जाता है। उन्होंने कहा कि बाढ़ के प्रभावों को रोकने के लिए जमीन के अंदर दीवारों को बनाए रखा जाएगा। उन्होंने कहा, "यह काम तीन साल में पूरा हो जाएगा और इस तैयारी के साथ हम सभी काम कर रहे हैं।"
 
परिसर में होंगी म्यूजियम, लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं 
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक, "राम जन्मभूमि परिसर में करीब पांच एकड़ की भूमि में रामलला का मंदिर बनेगा। इसके अलावा अन्य क्षेत्र में अन्य कई मंदिर बनेंगे, यात्रियों के लिए सुविधाएं होंगी, म्यूजियम, लाइब्रेरी जैसे स्थानों का भी निर्माण करवाया जाएगा।"
 
भक्तों के लिए दर्शन पॉइंट बनाने का प्रस्ताव 
श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भक्तों के लिए मंदिर का निर्माण कार्य देखने के लिए दर्शन प्वाइंट बनाए जाने का प्रस्ताव रखा है। स्थान को चिह्नित करने का कार्य शुरू हो गया है। हालाँकि, दर्शन प्वाइंट बनाते समय इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि इससे परिसर की सुरक्षा व्यवस्था प्रभावित न हो।