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पहाड़ों को पसंद करने वाले लोगों के लिए यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं है। यहां घने देवदार के जंगलों के बीच से हिमालय पर्वत का बेहतरीन दृश्य दिखता है। यहां की घाटियां आपकी आंखों को सुकून देंगी. बिनसर से हिमालय की केदारनाथ, चौखंबा, त्रिशूल, नंदा देवी, नंदाकोट और पंचोली चोटियों की 300 किलोमीटर लंबे पर्वत दिखाई देते हैं, जो अपने आप में अद्भुत अहसास है। बिनसर की खास बात यह है कि कोई मुख्य मार्ग इससे लगा हुआ नहीं है. इस वजह से यहां भीड़-भाड़ कम होती है और लोग प्रकृति की गोद में खेलते हैं।
बिनसर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी - बिनसर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी, लगभग 49.59 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है. बिनसर, विभिन्न पहाड़ी पेड़ों के साथ जीव-जन्तुओं की कई प्रजातियों को भी दिखाता है। यहां वन्य जीवों में तेंदुआ, गोरिल्ला, जंगली बिल्ली, भालू, लोमड़ी, बार्किंग हिरण, कस्तूरी हिरण आदि पाएं जाते हैं। साथ ही यहां पक्षियों की 200 से ज्यादा प्रजातियां मौजूद हैं। जिनमें उत्तराखंड का राज्य पक्षी मोनाल मशहूर है, जो अब कम ही देखने को मिलता है. इसके अलावा आप तोता, ईगल्स, कठफोड़वा आदि पक्षियों को भी यहां देख सकते हैं।
बिनसर महादेव का मंदिर - देवदार के घने जंगलों से घिरा यहां एक महादेव का मंदिर भी है, जिसे 'बिनसर महादेव' के नाम से जाना जाता है। भगवान भोलेनाथ को समर्पित यह मंदिर हिंदुओं के पवित्र स्थानों में से एक है। यहां साल के जून महीने में महायज्ञ का आयोजन किया जाता है।
रानीखेत हिल स्टेशन - बिनसर के पास ही है रानीखेत जो अल्मोड़ा का एक बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है। यह पूरा पहाड़ी क्षेत्र देवदार व बलूत के पेड़ों से घिरा हुआ है। यहां से भी आप हिमालय की कई चोटियों को आसानी से देख सकते हैं। यह पूरा पर्वतीय इलाका प्राकृतिक शांति से भरा हुआ है। यहां आकर आप भरपूर मानसिक व आत्मिक शांति का अनुभव कर पाएंगे। रानीखेत 'गोल्फ' खेलने के लिए एक अच्छा स्थान माना जाता है।
गोलू देवता- बिनसर के धार्मिक स्थलों में शामिल भगवान गोलू का प्रसिद्ध मंदिर है जोकि भगवान शंकर के एक अन्य रूप हैं। इस मंदिर में कई घंटियाँ लटकी हुई हैं इसलिए इसे घंटी वाला मंदिर भी कहते हैं। यदि आप बिनसर पर्यटन की यात्रा पर जाते हैं तो भगवान गोलू के इस मंदिर के दर्शन अवश्य करे।
गनानाथ मंदिर- बिनसर का प्रसिद्ध गनानाथ मंदिर भक्तो की आस्था का केंद्र बना हुआ। बता दें कि प्राकृतिक गुफाओं के बीच में स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर है। गनानाथ मंदिर बिनसर पर्यटन स्थल से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर हर साल यहाँ मेले का आयोजन किया जाता है और इस मेले में दूर-दूर से पर्यटक शामिल होते हैं।