पंजाब का पेरिस के नाम से प्रसिद्ध कपूरथला पर्यटन की दृष्टि से है बेहद ही खूबसूरत
अच्छी चीजों का आकर्षण बढ़ाने के लिए अमूमन उसकी तुलना बेहतरीन चीजों से की जाती है।घूमने के कई स्थानों की तुलना कभी चाँद तो कभी स्वर्ग से अक्सर की जाति है। पंजाब के कपूरथला की भी तुलना फ्रांस की राजधानी पेरिस से की जाती है।पेरिस अपनी खूबसूरती की लोकप्रियता से विश्व प्रसिद्ध है।ठीक उसी प्रकार कपूरथला भी दिन प्रतिदिन अपनी लोकप्रियता काबिज करता जा रहा है।यहां वास्तु शिल्प के अनेक उदाहरण मौजूद हैं जिसके आकर्षण से कपूरथला जगमगाता रहता है। यहां की खूबसूरती में इंडो-सारसेन और फ्रांसीसी शैली की भी झलक दिखती है। यह स्थान प्राचीन इमारतों और ऐतिहासिक दृष्टिकोणों से बेहद खास है। प्राचीन समय में यहाँ महान अहलूवालिया राजवंश का शासन था।माना जाता है कि 11वी शताब्दी में इस शहर की स्थापना जैसलमेर के भाटी राजपूत कबीले द्वारा की गई थी।आइए जानते हैं पंजाब का खूबसूरत स्थान कपूरथला में देखने लायक क्या-क्या हैं।
एलीसी महल
1962 में निर्मित यह महल इंडो -फ्रेंच वास्तुकला के साथ साथ वर्तमान समय की वास्तुकला और समृद्धि का बेजोड़ नमूना है।कपूरथला में मशहूर उत्कृष्ट प्राचीन इमारतों का विशाल समूह है। इन्हें सुंदर विशाल इमारतों में से एक है एलीसी महल। कुंवर विक्रम सिंह द्वारा निर्मित यह महान वास्तु कला के बेजोड़ नमूना का पारदर्शी साक्ष्य है। महल के वास्तुकला की समृद्धि का बखान आज भी किया जाता है। सबसे अच्छी और खास बात यह है कि इस महल को अब मोंटगोमरी गुरु नामक स्कूल में तब्दील कर दिया गया है।
जगजीत महल
जगजीत महल कपूरथला का बहुत ही आकर्षक महल है।महल का आकर्षित करने वाली सुन्दरता का अस्तित्व 1908 से है। सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पैलेस को इंडो-साराकेन वास्तुकला से प्रेरित है। बाय सोल के भव्य पैलेस के बाद इसका निर्माण किया गया था। जगजीत महल की भव्यता आज भी बरकरार है। दूर दराज से लोग इसके आकर्षणमयी खूबसूरती को निहारने अवश्य आते हैं।कपूरथला के सबसे शानदार स्थलों में शुमार यह जगह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के तहत लड़कों को प्रशिक्षित करने के लिए एक सैनिक स्कूल है।
शालीमार गार्डन
अपनी खूबसूरती और विशिष्टता के कारण गार्डन सदैव दर्शकों से भरा रहता है। गार्डन की खूबसूरती को निहारने यहाँ पर्यटकों का मजमा लगा रहता है।शांति की तलाश में निकले पर्यटकों के लिए यह स्थान बेहद खास हैं। जीवन की रोजाना भागदौड़ भरी जिंदगी में कुछ पल निकाल कर इस गार्डन में शांति के अनुभव को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।यहां की सबसे खूबसूरत बात यह है कि यह गार्डन फूलों से सजा हुआ रहता है। फूलों की महक और खूबसूरती गार्डन की खूबसूरती में चार चांद लगा देती है। गार्डन में आने वाले पर्यटकों को यहां लगे फूल काफी पसंद आते हैं। फूल की खुशबू में खोए और गार्डन की खूबसूरती को निहारते शांति की तलाश में यहां लोग घंटों तक बैठे रहते हैं। कपूरथला के शाही परिवार के लाल बलुआ पत्थर ऑबेलिस्क टेनेंटफ्स और फूलों से सजा हुआ है, यह गार्डन पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है। यह स्थान लोगों के दिलों को खूब आता है।
कांजली वेटलैंड
कांजली वेटलैंड मानव निर्मित बहुत ही खूबसूरत पिकनिक स्पॉट है। यहां तरह तरह के प्राकृतिक सौंदर्य से जुड़ी हुई चीजें बिखरी हुई है।यहां आने वाले पर्यटक इसकी खूबसूरती से मोहित हो जाते हैं। इस मनमोहक वेटलैंड फोटोग्राफी के लिए बेहद प्रचलित है। यहां आने वाले पर्यटक यहां की हर एक तस्वीर को अपने कैमरे में कैद करना चाहते हैं। शायद यही वजह है कि यहां की खूबसूरती को भुला पाना मुश्किल होता है। कांजी वेटलैंड ब्यास नदी के पार आसपास के इलाकों में सिंचाई की सुविधा प्रदान करने के लिए 56 वर्ग मीटर भूमि के क्षेत्र में स्थित है।ब्यास नदी के पार आसपास के इलाकों में 1870 के दशक से सिंचाई के माध्यम उपलब्ध है।
कैसे पहुंचे कपूरथला
कपूरथला पहुंचने के लिए रास्ते बेहद ही आसान है। यहां रेल, हवाई और सड़क तीनों मार्गों से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
हवाई मार्ग के जरिए कपूरथला जाने के लिए यहां से सबसे निकटतम हवाई अड्डा अमृतसर में स्थित राजासांसी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। हवाई अड्डे से शहर लगभग 82 किलोमीटर की दूरी पर है।
रेल मार्ग के जरिए कपूरथला पहुंचना बहुत आसान है क्योंकि कपूरथला रेलवे स्टेशन शहर के केंद्र में स्थित है। विभिन्न प्रमुख मार्गों से यह जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग से कपूरथला पहुंचना बेहद आसान है। कपूरथला आसपास के शहरों की सड़कों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।यहां पहुंचने के लिए कपूरथला बस स्टेशन का भी उपयोग किया जा सकता है।सबसे खास बात यह है कि कपूरथला बस स्टेशन शहर के केंद्र में स्थित है।