Coldest City in India: भीषण गर्मी में लेना चाहते हैं ठंड का आनंद तो जरूर घूमें देश के ये सबसे ठंडे शहर

अप्रैल-मई के महीने में गर्मी अपने पूरे प्रचंड रूप में होती है। चिलचिलाती धूप और गर्मी के कारण लोगों का जीना मुश्किल हो जाता है। क्योंकि ऐसे मौसम में न तो बाहर जाने का मन करता है और न ही घर में रहने का मन करता है। ऐसे में अगर आप भी इस गर्मी किसी ठंडी जगह पर घूमने के लिए जाना चाहते हैं, तो भारत में कई ऐसे हिल स्टेशन हैं। जहां पर अन्य जगहों की तुलना में काफी कम तापमान रहता है। लेकिन इसके बाद भी इन जगहों पर आपको गर्मी महसूस हो सकती है। 

ऐसे में अगर आप भी मई-जून की चिलचिलाती गर्मी में किसी ऐसी जगह जाना चाहते हैं, जहां पर आप ठंड का एहसास कर सकें। तो यह आर्टिकल आपके लिए है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको देश के कुछ सबसे ठंडे शहरों के बारे में बताने जा रहे हैं। इन जगहों पर आप गर्मी में भी कंपकंपा देने वाली ठंड का आनंद उठा सकते हैं।

भारत की सबसे ठंडी जगह

लेह लद्दाख
लेह लद्दाख में भी पूरे साल ठंडक बनी रहती है। यह हिमालय पर्वतमाला के बीच बसा है। सर्दी के मौसम में यहां का तापमान माइनस में चला जाता है। वहीं यह जगह गर्मियों में घूमने के लिए काफी अच्छी है। गर्मियों में यहां का तापमान 2 से 12 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। बता दें कि मई-जून की चिलचिलाती गर्मी में आप यहां पर बर्फीले पहाड़ों को देखने के साथ ठिठुरने वाली सर्दी का एहसास कर सकते हैं। लेह-लद्दाख में भी पर्यटकों की पसंदीदा जगह है।

द्रास और सियाचिन ग्लेशियर
जहां अप्रैल के महीने में राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में गर्मी अपना प्रचंड रूप दिखाने लगती है, तो वहीं द्रास में तापमान 7 डिग्री सेल्सियस के आसपास होता है। द्रास लेह लद्दाख में कारगिल जिले में स्थित है, इसको भी भारत का सबसे ठंडा शहर माना जाता है।

इसके साथ ही सियाचिन ग्लेशियर भी सबसे ठंडे स्थानों की लिस्ट में शामिल है। यहां पर तापमान शून्य से -50 डिग्री सेल्सियस तक हो जाता है। हिमालय की पूर्वी काराकोरम पर्वतमाला में भारत पाक नियंत्रण रेखा के पास स्थित सियाचिन ग्लेशियर एक हिमानी यानी ग्लेशियर है।

तवांग
बता दें कि सबसे ठंडी जगहों में अरुणाचल प्रदेश का तवांग शहर भी शामिल है। यहां पर सर्दी के मौसम में हिमस्खलन और भारी बर्फबारी होती हैं। वहीं गर्मियों में भी कम तापमान रहता है। तवांग की प्राकृतिक सुंदरता और ठंडक पर्यटकों को गर्मी के मौसम में यहां आने के लिए प्रोत्साहित करती है।